Thursday, October 20, 2011

भारतीय खेलो में सहारा और दुसरे ग्रुप

खेलों में सहारा:- कुस्त्री ,बोक्सिंग , निशनेबाज़ी, टेनिस और कुछ दुसरे खेलों और इसके खिलाडिओं  को  बदावा देने के बाद अभी हाल ही में पहली भारतीय फ़ॉर्मूला वन रेस में ४२.५ परसेंट की भागीदारी में ५०० करोड़ की धनराशी लगा कर अपनी खेलों के संसार में बढ रही उपस्थिति दर्ज कराई हैं| 
              
:--सहारा भारत में खेलों को बढावा देने और सबसे बड़े समर्थक के रूप में उभरा चुका हैं|

:--भारतीय क्रिकेट टीम और होकी टीम की टी शर्ट पर प्राय सहारा का नम्म प्रतीत होता हैं|

:--इसकी अपनी पुणे वारीअर की आई  पी एल टीम भी हैं जिसको इसने १८०० सो करोड़ रूपये में ख़रीदा था|

:--भारतीय क्रिकेट टीम की ५०० करोड़ रूपये की सहारा की स्पोंसर शिप को भी नजरअंदाज  नहीं किया जा सकता|

:--सिर्फ येही नहीं सहारा ओलंपिक के प्रशिक्षण पर भी खर्च कर हैं ताकि भारत में ओलंपिक मैडल लाये जा सके  जब पिछले साल होकी खिलाडिओं ने विद्रोह करा था तो सहारा ने प्रतेक खिलाडी को दो दो लाख रूपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित  किया था| 

:--सहारा समूह जो पहले (आई टी सी )ग्रुप जो पहले टोबैको कम्पनी थी जो पहले एक व्यस्त क्रिकेट स्पोंसर था टोबैको को नियमो के कारण स्पोंसरशिप से हाथ खीचना पड़ा था |इसके बाद सहारा ने इसका हाथ थामा था|

:--सहारा समूह की खेलों में इतने बड़े स्टार पर भागी दारी इसके भावनात्मक विचारो के कारण भी हैं |जो खिलाडिओं को अपने परिवार का ही हिस्सा मानता हैं|

:--सहारा समूह के सुब्रत रॉय सहारा के अनुसार आज खेल केवल मनोरंजन या शारीरिक व्यायाम से बहुत आगे बढ चुके हैं |
:--२०१० कॉमनवैल्थ खेलों में भी सहारा की स्पोंसर शिप थी |

:--दुसरे बड़े ग्रुपों की भागीदारी:- हीरो जो पहले हीरो होंडा था इसकी भी क्रिकेट होकी और गोल्फ में १०० करोड़ रूपये का बजट हैं | जो सहारा की ही तरह हैं|

:--कोका कोला, पेप्सी , एम .आर .एफऔर जे के टायर:-
:-टाटा :-इन के अलावा टाटा समूह सबसे ज्यादा खेलों पर खर्च करने वालों में से एक हैं | जिसने फूटबाल बल अकादमी शुरु कोका कोला और पेप्सी लाखो डोलर क्रिकेट में नए हुनर को खोजने में लगाते हैं |
:-भारतीय संचार ग्रुप एयरटेल और नोकिया :- ये दो ही ५० -५० करोड़ रूपये प्रति वार्षिक की दर से मुख्या तौर पर खर्चते हैं| |
करने के साथ -साथ खिलाडिओं को जॉब भी देता हैं |

:-यु बी ग्रुप :-भी देश में प्रोमोटर और स्पोंसर में से एक हैं |


सहारा की मुख्य स्पोंसर शिप और खरीदारी 
१८०० करोड़ रूपये --आई . पी एल  की पुणे वोरिअर इंडिया टीम 
५०० करोड़ रूपये की फाॅर्स इंडिया का अधि ग्रहण 

कुल -२८०० करोड़ रूपये 

दूसरी स्पोंसर शिप 

हीरो मोटर _१०० करोड़ रूपये 
कोक भी लाखो मिल्लियन फूटबाल टूर्नामेंट पर खर्चता हैं |

जे के टायर :--१०० करोड़ रूपये 
एयरटेल ५० कार्ड रूपये 
नोकिया भी ५० करोड़ रूपये 
इनके अलावा आई टी सी , टाटा महिंद्रा  एम् आर एफ टायर अदि हैं 

निष्कर्ष :--ये सही हैं की इन बड़े कोर्पोराते ने भारतीय खेलों की पतवार संभल राखी हैं |जबकि भारत सर्कार का रेलवे विभाग भी बहुत बड़े पैमाने पर खिलाडिओं को जॉब देता हैं लिकिन  यदि प्राइवेट पार्टनर शिप में से टाटा , और सहारा को निकाल दिया जाए तो ज्यादातर ग्रुप केवल क्रिकेट को ही प्रोत्साहन देते हैं | जोकि पहले ही भारत में अपना मुकाम हांसिल कर चुका हैं जबकि अन्य खेलों को भी क्रिकेट की तरह लोप्रिये बनाकर इनकी दर्शक शमता को बदाय जा सकता हैं |

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