Monday, September 26, 2011
छोटा मुंह बड़ी बात
पाकिस्तान के सनसनीखेज तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर का विवादों के साथ चोली-दामन का साथ रहा है| अब उनके एक नए खुलासे से समूचे क्रिकेट जगत में हंगामा सा मच गया है| शोएब ने अपनी आत्मकथा "Controversially Yours" में लिखा है कि "मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर मेरी गेंदों से डरते थे|" शोएब ने गेंद से छेड़-छाड़ को भी स्वीकारा है| शोएब ने सचिन और राहुल द्रविड़ को मैच विनर न मानते हुए लिखा है कि,"मेरे विचार में सचिन और द्रविड़ जैसे खिलाडी शुरू से मैच विनर नहीं हैं और ये खेल को ख़त्म करने कि कला भी नहीं जानते|"
शोएब के इन विवादास्पद बयानों ने समूचे क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया है| हैरानी कि बात है कि शोएब ने डर के आरोप जिस खिलाडी पर लगाये हैं उसे क्रिकेट का भगवान माना जाता है और जिसके दागरहित क्रिकेट कैरिएर में कई आश्चर्यजनक और बेमिसाल रेकॉर्ड्स हैं| सचिन और द्रविड़ के खेल के प्रति समर्पण का पूरी दुनिया लोहा मानती रही है| दोनों ही खिलाडियों ने दुनिया की कई विभिन्न जगहों पर और मुश्किल से मुश्किल हालातों में कई शानदार पारियां खेलकर खुद को साबित किया है|
शोएब के इन बयानों को क्रिकेट वर्ल्ड में हर जगह आड़े हाथों लिया गया है| सचिन तेंदुलकर ने बड़प्पन दिखाते हुए इस पूरे मसले पर कोई भी कमेन्ट करने से इंकार कर दिया है| शोएब के अपने भी उनके साथ खड़े होने से पीछे हट गए हैं| पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा है की सन्यास ले चुके अख्तर से बोर्ड का कोई लेना देना नहीं है| शोएब के कैरिएर के आरंभिक दिनों में उनका मार्गदर्शन करने वाले महान तेज़ गेंदबाज़ वसीम अकरम ने भी शोएब की आलोचना करते हुए सचिन के पराक्रम का साथ दिया है| भारत में केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने भी शोएब पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि यदि सचिन किसी गेंबाज़ से डरते होते तो आज वो इस मुकाम पर न होते| नवजोत सिंह सिद्धू ने भी शोएब पर हमला करते हुए सचिन कि तुलना एक मंदिर से की है|
शोएब अख्तर की छवि अपने शुरूआती दिनों से ही तड़क-भड़क की रही है| दुनिया का सबसे तेज़ गेंदबाज़ होने का दावा करने वाले अख्तर हमेशा से ही मीडिया के आकर्षण का केंद्र रहे हैं| रावलपिंडी एक्सप्रेस अपने आचरण और लम्बी लहराती जुल्फों की वजह से जितना मैदान के अन्दर कौतुहल का विषय रहते हैं उतना ही मैदान के बाहर भी| शोएब को मीडिया ने हमेशा हाथो हाथ लिया है,चाहे बात गेंद से छेड़-छाड़ की हो या अपने रन-अप की तुलना जेट हवाई जहाज से करने के शोएब के बडबोलेपन की| असल में शोएब एक विवाद खड़ा कर के अपनी आत्मकथा को भी आकर्षण का केंद्र बनाना चाहते हैं| विवादों को उठाने का मकसद पूरी तरह से व्यवसायिक है ताकि इस किताब को सफल बनाया जा सके | इस तरह से इस पूरे प्रकरण में शोएब एक सफल मार्केटिंग एजेंट का किरदार निभाते दिख रहे हैं| पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तान रशीद लतीफ़ का भी यही मानना है| वैसे भी अपने उत्पाद को सफल बनाने के लिए उसमे किसी विवाद को जोड़ देने की पुरानी परंपरा रही है, बात चाहे करन जौहर की "माय नेम इस खान" की हो या गांधीजी पर लिखी किसी विवादास्पद किताब की| विवाद हर जगह सफल मार्केटिंग का एक सफल सूत्र नज़र आता है| पर क्रिकेट के भगवान् के ऊपर इस तरह के इलज़ाम लगाना अपना खिलवाड़ करना ही है| पता नहीं भारत की जनता इस मजाक को पसंद करेगी या नहीं? वैसे भी सचिन तेंदुलकर के ऊपर इलज़ाम लगाना कोई मामूली बात नहीं है- विश्वास न हो तो मइएक डेनिस से पूछ लीजिये.....
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Rawalpindi express(shoib Akhtar) k iss bayaan se main thoda ashcharya chakit mehsoos krr raha hoon kyuki ....bharat k cricket ithihaas k rashtirya gaurav hain sachin aur dravid ye jante hue bhi shoib akhtar ne galat nazariya duniya ko dikhaya hai jis se ..sachin aur dravid ko toh nahi balki khud shoib ko iska harzaana bhugatna padega....
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